वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के वराह रूप की पूजा की जाती है. मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी का व्रत करने और भगवान विष्णु के वराह रूप की पूजा करने से जीवन के सारे कष्ट, पाप और परेशानियां खत्म हो जाती हैं. इतना ही नहीं इस दिन किए गए कुछ उपाय अपार धन देते हैं और आपकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. आइए जानते हैं धन-समृद्धि पाने और सारे कष्ट दूर करने के वरुथिनी एकादशी के प्रभावी उपाय.
वरुथिनी एकादशी ऐसे समय में आती है जब तेज गर्मी होती है. इस दिन जल और अनाज का दान करना बहुत पुण्य देता है. इस दिन प्याऊ लगवाना, जल से भरे मटके दान करना, मंदिरों के अन्नक्षेत्र में अनाज का दान करना या किसी गरीब को भोजन देना आपके जीवन की कई परेशानियों को दूर कर देगा. खूब सारी धन-दौलत पाने के लिए वरुथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने के बाद उनका केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें. जल्द ही आपकी आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक असर दिखने लगेगा. वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान की पूजा-अर्चना करके उन्हें पीले फलों का भोग लगाएं और फिर इन फलों को गरीबों में बांट दें. इससे समस्याएं दूर होने लगेंगी.
शुभ मुहूर्त :-
26 अप्रैल 2022 मंगलवार को रात्रि 01:39 से रात्रि 12:47 तक (यानी 26 अप्रैल मंगलवार को पूरा दिन) एकादशी है।
26 अप्रैल, मंगलवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें
जो फल दस हजार वर्षों तक तपस्या करने के बाद मनुष्य को प्राप्त होता है, वही फल इस ‘वरुथिनी एकादशी’ का व्रत रखनेमात्र से प्राप्त हो जाता है ।
‘वरुथिनी एकादशी’ व्रत कथा पढ़ने और सुनने से सहस्र गौदान का फल मिलता है और मनुष्य सब पापों से मुक्त होकर विष्णुलोक में प्रतिष्ठित होता है ।
एकदाशी में क्या करें क्या ना करें:-
1.एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें; नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करे |
2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें , विष्णु सहस्रनाम पाठ करें |
3.ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जाप करना चाहिये |
4.चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए , यथा संभव मौन रहें |
5.एकदाशी के दिन भूल कर भी चावल नही खाना चाहिए न ही किसी को खिलाये | इसी दिन फलआहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक |
6.व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) -इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।
7.फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए ।* *आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।
8.जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए |
9.भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।
10.एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें, इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है |
11.इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।
12.एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1बज तक) |
13.श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता ।
14.इस विधि से व्रत करनेवाला उत्तम फल को प्राप्त करता है ।
#ekadashi #Varuthini
#narayan #vishnu #vishnuavatar #learnastrology #astrologer #astrologypost #astrology #dev #bhagwan #pujavidhi #varuthiniekadashi @astroforall
🙏Jai Sri Ram🙏
Twitter:-
https://twitter.com/astroforall10?s=21&t=yK2hljabFq2ZPDQX_cfO5g
Basic’s of Astrology:-
https://youtube.com/playlist?list=PLsAW3PpPktPtmUcp57oscTag1PeStud4N
Different type of Yoga’s in Kundli:-
https://youtube.com/playlist?list=PLsAW3PpPktPvGCgEuJ3knQDPiA48o-KU2
Fill the form for questions related to you and your friends:- http://shorturl.at/deqzS
Telegram Link:- https://t.me/AstroForAll10
Blog Link:- http://astroforall10.blogspot.com/
Disclaimer:-The thing mentioned in the article are the general rules not any person specific. The things described in the article is either based on the astrology or based on the personal experience. For person specific consult your astrologer. I am also available daily 8:00-9:00 PM free of cost in my telegram group:-https://t.me/AstroForAll10 to explain the charts of individual.
No comments:
Post a Comment